बड़ी हैरत की बात है बेटियां जलाई जा रही हैं, और इंसाफ के नाम पर क़ातिल के जुर्म दिन बड़ी हैरत की बात है बेटियां जलाई जा रही हैं, और इंसाफ के नाम पर क़ातिल ...
छोर खुल गए भावों में जकड़े अंतर्मन के, होकर निश्छल भी तो ये मन स्वछंद कहाँ है? छोर खुल गए भावों में जकड़े अंतर्मन के, होकर निश्छल भी तो ये मन स्वछं...
कहाँ निकली है.. जाने नींद कहाँ निकली है रात करवटों में निकली है ! कहाँ निकली है.. जाने नींद कहाँ निकली है रात करवटों में निकली है !
ले गई खिड़कियां। ले गई खिड़कियां।
इस जहाँ से सिर्फ उस जहाँ तक जाओगे बहुत दूर जाओगे तो आसमाँ तक जाओगे। गर खुदा ने बख् इस जहाँ से सिर्फ उस जहाँ तक जाओगे बहुत दूर जाओगे तो आसमाँ तक जाओगे। ग...
ज़िन्दगी ना जाने भटकती कहाँ कहाँ ज़िन्दगी ना जाने भटकती कहाँ कहाँ